बंगाल ग्लोबल बिजनेस समिट 2025: पश्चिम बंगाल की आर्थिक प्रगति की ओर एक महत्वपूर्ण कदम

 बंगाल ग्लोबल बिजनेस समिट 2025: पश्चिम बंगाल की आर्थिक प्रगति की ओर एक महत्वपूर्ण कदम

पश्चिम बंगाल सरकार द्वारा आयोजित बंगाल ग्लोबल बिजनेस समिट (बीजीबीएस) 2025, 5-6 फरवरी को कोलकाता में आयोजित किया गया। यह समिट राज्य की आर्थिक प्रगति और निवेशकों को आकर्षित करने के उद्देश्य से एक महत्वपूर्ण मंच साबित हुआ।

पश्चिम बंगाल सरकार द्वारा आयोजित बंगाल ग्लोबल बिजनेस समिट (Bengal Global Business Summit - BGBS) एक प्रमुख वैश्विक व्यापारिक और निवेशक सम्मेलन है, जो राज्य को एक प्रमुख व्यापारिक गंतव्य के रूप में स्थापित करने के उद्देश्य से आयोजित किया जाता है। यह समिट न केवल भारत बल्कि विश्व भर के व्यापारिक नेताओं, निवेशकों, उद्योगपतियों और नीति निर्माताओं को एक मंच पर लाता है। बंगाल ग्लोबल बिजनेस समिट 2025 इस श्रृंखला का अगला महत्वपूर्ण अध्याय होगा, जो राज्य के आर्थिक विकास और वैश्विक सहयोग को नई ऊंचाइयों पर ले जाने का प्रयास करेगा।

बंगाल ग्लोबल बिजनेस समिट का इतिहास और उद्देश्य

बंगाल ग्लोबल बिजनेस समिट की शुरुआत 2015 में हुई थी, जब पश्चिम बंगाल सरकार ने राज्य को एक प्रमुख निवेश गंतव्य के रूप में पुनर्जीवित करने का फैसला किया। इस समिट का मुख्य उद्देश्य पश्चिम बंगाल की आर्थिक क्षमता को वैश्विक स्तर पर प्रदर्शित करना, निवेशकों को आकर्षित करना और राज्य में व्यापारिक अवसरों को बढ़ावा देना है।

पिछले कुछ वर्षों में, इस समिट ने कई बड़े निवेश सौदों और साझेदारियों को जन्म दिया है। 2025 का संस्करण इस परंपरा को आगे बढ़ाते हुए, राज्य के विकास के लिए नए आयाम स्थापित करने का प्रयास करेगा।

बंगाल ग्लोबल बिजनेस समिट 2025 का महत्व

2025 का समिट विशेष रूप से महत्वपूर्ण है क्योंकि यह कोविड-19 महामारी के बाद की दुनिया में आर्थिक पुनर्निर्माण और विकास के नए अवसरों को प्रदर्शित करेगा। पश्चिम बंगाल सरकार ने इस समिट को एक ऐसे मंच के रूप में तैयार किया है, जहां वैश्विक निवेशक और व्यापारिक नेता राज्य की आर्थिक नीतियों, बुनियादी ढांचे और व्यापारिक संभावनाओं को समझ सकेंगे।

इस समिट का उद्देश्य न केवल निवेश आकर्षित करना है, बल्कि राज्य के सतत विकास, रोजगार सृजन और तकनीकी नवाचार को भी बढ़ावा देना है। इसके अलावा, यह समिट पश्चिम बंगाल को एक वैश्विक व्यापारिक केंद्र के रूप में स्थापित करने में मदद करेगा।

समिट 2025 की थीम और मुख्य विषय

बंगाल ग्लोबल बिजनेस समिट 2025 की थीम "सस्टेनेबल ग्रोथ एंड इनोवेशन: बिल्डिंग द फ्यूचर टुगेदर" होगी। यह थीम राज्य के सतत विकास और नवाचार को बढ़ावा देने के लिए एक समग्र दृष्टिकोण को प्रदर्शित करती है। समिट के मुख्य विषयों में शामिल होंगे:

  1. हरित अर्थव्यवस्था और जलवायु परिवर्तन: जलवायु परिवर्तन के प्रभावों को कम करने और हरित ऊर्जा को बढ़ावा देने के लिए निवेश और नवाचार।
  2. डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन: डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर और तकनीकी नवाचार के माध्यम से व्यापार और शिक्षा को बदलना।
  3. मेक इन इंडिया और मेक इन बंगाल: विनिर्माण क्षेत्र में निवेश को बढ़ावा देना और रोजगार सृजन।
  4. स्मार्ट सिटीज और इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट: शहरी विकास और बुनियादी ढांचे के निर्माण के लिए नए प्रोजेक्ट्स।
  5. स्वास्थ्य और शिक्षा: स्वास्थ्य सेवाओं और शिक्षा के क्षेत्र में निवेश और सुधार।
  6. कृषि और खाद्य प्रसंस्करण: कृषि उत्पादकता और खाद्य प्रसंस्करण उद्योग को बढ़ावा देना।

बंगाल ग्लोबल बिजनेस समिट 2025: वैश्विक भागीदारी

बंगाल ग्लोबल बिजनेस समिट में इस बार दुनियाभर के 40 से अधिक देशों के प्रतिनिधि शामिल हुए, जिनमें से 20 देश पार्टनर कंट्री के रूप में भागीदारी कर रहे हैं। कार्यक्रम में विश्व बैंक और एशियाई विकास बैंक के वरिष्ठ प्रतिनिधियों समेत 200 से अधिक अंतरराष्ट्रीय निवेशक भी शामिल हुए।

समिट 2025 के प्रमुख आकर्षण

1. वैश्विक निवेशकों की भागीदारी: समिट में दुनिया भर के प्रमुख निवेशक, व्यापारिक नेता और उद्योगपति शामिल होंगे। यह एक ऐसा मंच होगा जहां वैश्विक और स्थानीय व्यापारिक समुदाय एक-दूसरे के साथ जुड़ सकेंगे।

2. निवेश प्रस्तावों की प्रस्तुति: पश्चिम बंगाल सरकार राज्य में निवेश के लिए कई आकर्षक प्रस्ताव पेश करेगी। इनमें कर छूट, भूमि आवंटन और अन्य प्रोत्साहन शामिल होंगे।

3. पैनल चर्चा और विचार-विमर्श: समिट में विभिन्न क्षेत्रों के विशेषज्ञों द्वारा पैनल चर्चा और विचार-विमर्श सत्र आयोजित किए जाएंगे। इन सत्रों में आर्थिक नीतियों, तकनीकी नवाचार और सतत विकास जैसे विषयों पर चर्चा होगी।

4. प्रदर्शनी और नेटवर्किंग: समिट के दौरान एक बड़ी प्रदर्शनी का आयोजन किया जाएगा, जहां विभिन्न कंपनियां और संगठन अपने उत्पादों और सेवाओं को प्रदर्शित करेंगे। यह नेटवर्किंग के लिए एक उत्कृष्ट अवसर होगा।

5. सांस्कृतिक कार्यक्रम: समिट के दौरान पश्चिम बंगाल की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को प्रदर्शित करने वाले कार्यक्रम भी आयोजित किए जाएंगे। इनमें संगीत, नृत्य और कला प्रदर्शन शामिल होंगे।

पश्चिम बंगाल की आर्थिक क्षमता

पश्चिम बंगाल भारत के सबसे अधिक आबादी वाले राज्यों में से एक है और इसकी आर्थिक क्षमता अत्यधिक विविध है। राज्य की अर्थव्यवस्था कृषि, विनिर्माण, सेवा और पर्यटन जैसे क्षेत्रों पर आधारित है। बंगाल ग्लोबल बिजनेस समिट 2025 में इन क्षेत्रों में निवेश के लिए विशेष प्रोत्साहन दिए जाएंगे।

  1. कृषि और खाद्य प्रसंस्करण: पश्चिम बंगाल कृषि उत्पादन में अग्रणी है। राज्य में चावल, मछली, चाय और सब्जियों का उत्पादन बड़े पैमाने पर होता है। खाद्य प्रसंस्करण उद्योग में निवेश के लिए यह एक आदर्श स्थान है।
  2. विनिर्माण: राज्य में विनिर्माण क्षेत्र तेजी से विकसित हो रहा है। ऑटोमोबाइल, इलेक्ट्रॉनिक्स और टेक्सटाइल जैसे उद्योगों में निवेश के लिए बड़े अवसर हैं।
  3. सेवा क्षेत्र: आईटी, वित्त और स्वास्थ्य सेवाओं जैसे क्षेत्रों में पश्चिम बंगाल ने महत्वपूर्ण प्रगति की है। कोलकाता और सिलीगुड़ी जैसे शहर सेवा क्षेत्र के लिए प्रमुख केंद्र हैं।
  4. पर्यटन: पश्चिम बंगाल की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत और प्राकृतिक सुंदरता इसे पर्यटन के लिए एक आदर्श स्थान बनाती है। सुंदरबन, दार्जिलिंग और पुरातात्विक स्थल जैसे आकर्षण पर्यटकों को लुभाते हैं।

समिट 2025 के लिए अपेक्षित परिणाम

बंगाल ग्लोबल बिजनेस समिट 2025 से कई सकारात्मक परिणामों की उम्मीद है:

1. निवेश प्रवाह: समिट के माध्यम से पश्चिम बंगाल में निवेश के लिए कई बड़े सौदों पर हस्ताक्षर होने की उम्मीद है। यह राज्य की अर्थव्यवस्था को मजबूत करेगा।

2. रोजगार सृजन: नए निवेश और परियोजनाओं से रोजगार के अवसर बढ़ेंगे, जिससे राज्य के युवाओं को लाभ होगा।

3. तकनीकी नवाचार: समिट में तकनीकी नवाचार और डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन पर जोर दिया जाएगा, जो राज्य को एक आधुनिक अर्थव्यवस्था के रूप में स्थापित करेगा।

4. वैश्विक सहयोग: समिट के माध्यम से पश्चिम बंगाल और वैश्विक व्यापारिक समुदाय के बीच सहयोग बढ़ेगा, जो राज्य के विकास के लिए महत्वपूर्ण होगा।

उद्यमियों से मुलाकात और निवेश पर चर्चा

मुकेश अंबानी से मुख्यमंत्री की हुई बात, दिया झारखंड आने का न्योता

कोलकाता में आयोजित बंगाल ग्लोबल बिजनेस समिट (BGBS) 2025 में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की मुलाकात रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी से हुई। इस दौरान मुख्यमंत्री ने झारखंड की औद्योगिक गतिविधियों और निवेश के अवसरों की जानकारी दी तथा अंबानी को झारखंड आने का न्योता दिया। मुकेश अंबानी ने इस पर सकारात्मक प्रतिक्रिया दी और शीघ्र ही झारखंड आने की बात कही।

उद्यमियों से मुलाकात और निवेश पर चर्चा

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने समिट के दौरान अन्य प्रमुख उद्योगपतियों से भी मुलाकात की। उन्होंने जेएसडब्ल्यू के चेयरमैन सज्जन जिंदल, आरपीएसजी ग्रुप के संजीव गोयनका और आइटीसी प्रमुख संजीव पुरी से चर्चा की और उन्हें झारखंड में निवेश के लिए आमंत्रित किया। इस दौरान मुख्यमंत्री ने बताया कि झारखंड सरकार निवेशकों को हर संभव सुविधाएं देने के लिए प्रतिबद्ध है।

कार्यक्रम में पूर्व भारतीय क्रिकेटर सौरव गांगुली से भी मुख्यमंत्री की बातचीत हुई। इसके अलावा, अंबुजा नेवटिया समूह के चेयरमैन हर्षवर्धन नेवटिया से भी संभावित निवेश को लेकर चर्चा हुई

झारखंड पैवेलियन का दौरा और उद्योगपतियों से चर्चा

झारखंड सरकार ने इस समिट में अपना स्टॉल भी लगाया, जहां झारखंड उद्योग विभाग, झारक्राफ्ट और खान विभाग ने अपनी योजनाओं और निवेश अवसरों को प्रदर्शित किया। देर शाम मुख्यमंत्री ने झारखंड पैवेलियन का दौरा किया और वहां मौजूद उद्यमियों से चर्चा की।

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और ममता बनर्जी की मुलाकात

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और उनकी विधायक पत्नी कल्पना सोरेन ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से मुलाकात की। इस अवसर पर हेमंत सोरेन ने ममता बनर्जी को शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया और झारखंड के विभिन्न उत्पादों का उपहार भेंट किया। दोनों मुख्यमंत्रियों के बीच राजनीति से लेकर आर्थिक विषयों पर चर्चा हुई।

झारखंड में निवेश की संभावनाएं

बिजनेस समिट में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने उद्यमियों को झारखंड में निवेश करने का आमंत्रण देते हुए कहा कि झारखंड में अपार संभावनाएं हैं और सरकार उद्योगपतियों को हर प्रकार की सुविधा देने के लिए तैयार है। उन्होंने कहा कि तकनीक के तेजी से बदलते दौर में राज्यों के बीच समन्वय और निवेश सहयोग से देश को आर्थिक मजबूती मिलेगी।

झारखंड को 25,000 करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव मिले

झारखंड सरकार को बंगाल ग्लोबल बिजनेस समिट में 25,000 करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव मिले हैं। बिजनेस-टू-गवर्नमेंट (B2G) मीटिंग में मुख्यमंत्री ने कई उद्योगपतियों से बात की और राज्य में निवेश करने की अपील की। एसएन स्टील, रश्मि मेटल, इंडियन आयरन एंड वायर कंपनी, रामकृष्णा फोर्जिंग जैसी कंपनियों ने झारखंड में निवेश करने पर सहमति जताई। मुख्यमंत्री ने इन कंपनियों से विस्तृत प्रस्ताव देने का आग्रह किया, जिसके बाद जल्द ही इन कंपनियों के साथ एमओयू (MoU) किए जाएंगे।

झारखंड के विकास में खनिज उद्योग की भूमिका

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि झारखंड में देश का 40% खनिज संसाधन उपलब्ध है। यहां कई बड़े खनिज आधारित उद्योग पहले से कार्यरत हैं, लेकिन राज्य सरकार अब इसे और आगे ले जाने के लिए नई औद्योगिक नीतियां बना रही है। उन्होंने कहा कि निवेशकों के सहयोग से झारखंड के समग्र विकास को गति मिलेगी।

अन्य क्षेत्रों में भी निवेश की संभावनाएं

मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड में खनिज उद्योग के अलावा कला, संस्कृति और पर्यटन के क्षेत्र में भी अपार संभावनाएं हैं। झारखंड देश का सबसे बड़ा तसर उत्पादक राज्य है, जिससे टेक्सटाइल इंडस्ट्री को भी बढ़ावा मिल सकता है। इसके अलावा, झारखंड की प्राकृतिक खूबसूरती इसे पर्यटन उद्योग के लिए एक आदर्श स्थान बनाती है।

बंगाल ग्लोबल बिजनेस समिट 2025 में झारखंड सरकार की भागीदारी और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की निवेशकों से मुलाकात ने राज्य में औद्योगिक विकास की संभावनाओं को नया आयाम दिया है। झारखंड सरकार की ओर से किए गए प्रयासों के चलते आने वाले वर्षों में राज्य में निवेश और औद्योगीकरण को नई गति मिलने की संभावना है।

निष्कर्ष

बंगाल ग्लोबल बिजनेस समिट 2025 पश्चिम बंगाल के आर्थिक विकास और वैश्विक सहयोग के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित होगा। यह समिट न केवल राज्य को एक प्रमुख निवेश गंतव्य के रूप में स्थापित करेगा, बल्कि सतत विकास और नवाचार को भी बढ़ावा देगा। पश्चिम बंगाल सरकार की इस पहल से राज्य की अर्थव्यवस्था को नई दिशा मिलेगी और यह भारत के विकास में एक प्रमुख भूमिका निभाएगा।

समिट 2025 के सफल आयोजन से पश्चिम बंगाल न केवल भारत बल्कि पूरे विश्व में एक प्रमुख व्यापारिक केंद्र के रूप में उभरेगा। यह समिट राज्य के लिए एक नए युग की शुरुआत का प्रतीक होगा, जहां विकास और समृद्धि की नई कहानी लिखी जाएगी।

 

 

Post a Comment

Previous Post Next Post

Contact Form