ICC Champions Trophy का इतिहास: प्रमुख विजेता और यादगार पल
ICC Champions Trophy, जिसे "मिनी वर्ल्ड कप" के नाम से भी जाना जाता है, एकदिवसीय क्रिकेट का एक प्रमुख टूर्नामेंट है। यह टूर्नामेंट अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) द्वारा आयोजित किया जाता है और इसमें दुनिया की शीर्ष क्रिकेट टीमें हिस्सा लेती हैं। 1998 में शुरू हुए इस टूर्नामेंट ने क्रिकेट प्रेमियों के दिलों में एक खास जगह बनाई है। आइए, इसके इतिहास, प्रमुख विजेताओं और यादगार पलों पर एक नजर डालते हैं।
ICC Champions Trophy का इतिहास
ICC Champions Trophy की शुरुआत 1998 में हुई थी, जब इसे "ICC KnockOut टूर्नामेंट" के नाम से जाना जाता था। इसका उद्देश्य एक छोटे और तीव्र प्रतिस्पर्धी टूर्नामेंट के माध्यम से क्रिकेट को और अधिक रोमांचक बनाना था। पहला टूर्नामेंट बांग्लादेश में आयोजित किया गया था, जिसमें दक्षिण अफ्रीका ने वेस्ट इंडीज को हराकर पहला खिताब जीता।
2002 में, इस टूर्नामेंट का नाम बदलकर "ICC Champions Trophy" कर दिया गया। तब से यह टूर्नामेंट हर दो साल में आयोजित किया जाता है, हालांकि कुछ वर्षों में इसमें बदलाव भी हुए हैं। 2017 में, यह टूर्नामेंट अंतिम बार आयोजित किया गया था, क्योंकि ICC ने इसे बंद करने का फैसला किया था। हालांकि, भविष्य में इसे फिर से शुरू करने की संभावना बनी हुई है।
प्रमुख विजेता
ICC Champions Trophy के इतिहास में कई टीमों ने अपना दबदबा बनाया है। यहां कुछ प्रमुख विजेताओं की सूची दी गई है:
- दक्षिण अफ्रीका (1998): पहले टूर्नामेंट में दक्षिण अफ्रीका ने वेस्ट इंडीज को हराकर खिताब जीता। यह टूर्नामेंट एक नॉकआउट प्रारूप में खेला गया था।
- न्यूजीलैंड (2000): 2000 में, न्यूजीलैंड ने भारत को हराकर अपना पहला और एकमात्र खिताब जीता। यह टूर्नामेंट केन्या में आयोजित किया गया था।
- भारत और श्रीलंका (2002): 2002 का फाइनल बारिश की वजह से बिना नतीजे के समाप्त हुआ, और दोनों टीमों को संयुक्त विजेता घोषित किया गया।
- ऑस्ट्रेलिया (2006 और 2009): ऑस्ट्रेलिया ने 2006 और 2009 में लगातार दो बार खिताब जीता। 2006 में, उन्होंने वेस्ट इंडीज को हराया, जबकि 2009 में न्यूजीलैंड को फाइनल में पराजित किया।
- भारत (2013): 2013 का टूर्नामेंट इंग्लैंड में आयोजित किया गया था, जहां भारत ने इंग्लैंड को फाइनल में हराकर खिताब जीता। यह भारत का दूसरा खिताब था।
- पाकिस्तान (2017): 2017 का टूर्नामेंट पाकिस्तान के लिए ऐतिहासिक रहा, जब उन्होंने भारत को फाइनल में हराकर पहली बार खिताब जीता। यह टूर्नामेंट इंग्लैंड में आयोजित किया गया था।
यादगार पल
ICC Champions Trophy ने क्रिकेट प्रेमियों को कई यादगार पल दिए हैं। यहां कुछ ऐसे ही पलों का जिक्र है:
- 1998 का फाइनल: दक्षिण अफ्रीका और वेस्ट इंडीज के बीच खेला गया पहला फाइनल बेहद रोमांचक था। दक्षिण अफ्रीका ने वेस्ट इंडीज को 4 विकेट से हराकर पहला खिताब जीता।
- 2002 का संयुक्त फाइनल: भारत और श्रीलंका के बीच खेला गया फाइनल बारिश की वजह से बिना नतीजे के समाप्त हुआ। यह पहली और एकमात्र बार था जब दो टीमों को संयुक्त विजेता घोषित किया गया।
- 2013 का फाइनल: भारत और इंग्लैंड के बीच खेला गया फाइनल बेहद रोमांचक था। भारत ने इंग्लैंड को 5 रन से हराकर खिताब जीता। यह मैच डकवर्थ-लुईस नियम के तहत खेला गया था।
- 2017 का फाइनल: पाकिस्तान और भारत के बीच खेला गया फाइनल बेहद यादगार रहा। पाकिस्तान ने भारत को 180 रन से हराकर पहली बार खिताब जीता। फखर जमान और मोहम्मद आमिर के शानदार प्रदर्शन ने पाकिस्तान को जीत दिलाई।
भारत की ऐतिहासिक जीत : न्यूजीलैंड को हरा कर भारत ने जीता चैंपियंस ट्रॉफी का खिताब
कुलदीप यादव के नेतृत्व में भारतीय स्पिनरों के शानदार प्रदर्शन के बाद
रोहित शर्मा (76 रन) की साहसिक पारी के दम पर भारत ने चैंपियंस ट्रॉफी के
फाइनल में न्यूजीलैंड को हरा कर खिताब जीत लिया है। इसके साथ ही आइसीसी
चैंपियंस ट्रॉफी का 12 वर्षों से जारी खिताबी सूखा खत्म हो गया है। भारत ने
इसके पहले 2013 में धौनी की कप्तानी में चैंपियंस ट्रॉफी का खिताब जीता
था। रविवार को टॉस जीत कर पहले बल्लेबाजी करने उतरी न्यूजीलैंड की टीम दुबई
की धीमी पिच पर खुल कर नहीं खेल सकी और 50 ओवर में सात विकेट पर 251 रन ही
बना सकी। लक्ष्य को भारत ने 49 ओवर में छह विकेट के नुकसान पर 254 रन बना
कर हासिल कर लिया। भारत की ओर से शुभमन गिल ने 31, श्रेयस अय्यर ने 48 रन
की पारी खेली। कुलदीप यादव और वरुण चक्रवर्ती ने दो-दो विकेट झटके।
एक वर्ष के अंदर दूसरा आइसीसी खिताब
भारत ने पिछले वर्ष रोहित की कप्तानी में जून में टी-20 विश्व कप का खिताब जीता था। नौ महीने के अंदर भारत आइसीसी चैंपियंस ट्रॉफी भी जीतने में सफल रहा।
अपराजेय रही टीम इंडिया
चैंपियंस ट्रॉफी 2025 में भारतीय टीम अपराजेय रहते हुए खिताब जीती। ग्रुप मैचों में बांग्लादेश, पाकिस्तान और न्यूजीलैंड को हराया था। सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया को हरा कर फाइनल में पहुंची थी।
तीसरा चैंपियंस ट्रॉफी खिताब
भारत का यह तीसरा चैंपियंस ट्रॉफी खिताब है। इसके पहले 2002 में श्रीलंका के साथ संयुक्त विजेता बना था, वहीं 2013 में इंग्लैंड को हरा कर भारत चैंपियन बना था।
25 वर्ष बाद बदला पूरा
भारतीय टीम ने इस जीत के साथ न्यूजीलैंड से 25 वर्ष बाद चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल में हार का बदला पूरा किया। 2000 में न्यूजीलैंड ने भारत को हरा कर चैंपियंस ट्रॉफी का खिताब जीता था।
भारत ने न्यूजीलैंड को चार विकेट से हरा कर तीसरी बार चैंपियंस ट्रॉफी का खिताब जीता। इसी के साथ भारत ने आइसीसी वनडे ट्रॉफी जीतने का 12 साल का अपना सूखा खत्म किया। साथ ही सबसे अधिक चैंपियंस ट्रॉफी जीतने का रिकॉर्ड बनाया। रविवार को खेले गये फाइनल में न्यूजीलैंड ने टॉस जीत कर सात विकेट पर 251 रन बनाये। जवाब में भारत ने 49 ओवर में छह विकेट पर 254 रन बना कर खिताब पर कब्जा किया। भारत की ओर से कप्तान रोहित शर्मा ने धमाकेदार शुरुआत की और 76 रन की अर्धशतकीय पारी खेली। रोहित ने अपनी पारी में सात चौके और तीन छक्के जड़े। शुभमन गिल ने 31 रन का योगदान किया। श्रेयस अय्यर 48 रन बना कर आउट हुए। श्रेयस ने दो चौके और दो छक्के जड़े। वहीं, हार्दिक पांड्या ने 29, एल राहुल ने नाबाद 34 रन बनाये। इससे पहले कुलदीप यादव और वरुण चक्रवर्ती ने दो-दो विकेट झटके।
भारत | रन | बॉल | 4s | 6s |
---|---|---|---|---|
रोहित (के लैथम बोरवींद्र) | 46 | 46 | ||
विराट (पगबाधा बो ब्रेसवेल) | 01 | 02 | 0 | 0 |
श्रेयस (कै रवींद्र बो सैंटनर) | 48 | 62 | 2 | 2 |
अक्षर (के ओ रुके बो ब्रेसवेल) | 29 | 40 | 1 | 1 |
केएल राहुल (नाबाद) | 34 | 33 | 1 | 1 |
हार्दिक पांड्या (कैएंडबो जैमीसन) | 18 | 18 | 1 | 1 |
रवींद्र जडेजा (नाबाद) | 09 | 06 | 1 | 0 |
अतिरिक्त | 08 | |||
कुल | 6/254 (49 ओवर) | |||
विकेट पतन | 1-105, 2-106, 3-122, 4-183, 5-203, 6-241 |
गेंदबाजी | ओवर | रन | विकेट |
---|---|---|---|
जैमीसन | 5 | 24 | 1 |
ओरुर्के | 7 | 09 | 0 |
न्यूजीलैंड | रन | बॉल | 4s | 6s |
---|---|---|---|---|
विल यंग (पगबाधा बो वरुण) | 15 | 23 | 2 | 0 |
विलियम्सन (के और बो कुलदीप) | 76 | 83 | 7 | 3 |
डेरिल मिचेल (के शर्मा बो शमी) | 37 | 29 | 4 | 1 |
टॉम लैथम (पगबाधा बो जडेजा) | 14 | 30 | 0 | 0 |
ग्लेन फिलिप्स (बो वरुण) | 34 | 52 | 2 | 1 |
माइकल ब्रेसवेल (नाबाद) | 53 | 40 | 3 | 2 |
मिचेल सेंटनेर (रन आउट) | 08 | 10 | 0 | 0 |
नैथन स्मिथ (नाबाद) | 00 | 01 | 0 | 0 |
अतिरिक्त | 16 | |||
कुल | 7/251 (50 ओवर) | |||
विकेट पतन | 1-57, 2-69, 3-75, 4-108, 5-165, 6-211, 7-230 |
विलियम्सन के और बो कुलदीप 11 14 1 0 डेरिल मिचेल के शर्मा बो शमी टॉम लैथम पगबाधा बो जडेजा
ग्लेन फिलिप्स माइकल ब्रेसल नयन स्मिथ नाबाद मिचेल सेंटनेर रन आउट नयना
00
01 0 0 अतिरिक्त : 16 रन कुल : 7/251 रन (50 ओवर) विकेट पतन :1-57, 2-69,
3-75, 4-108, 5-165, 6-211, 7-239. गेंदबाजी : शमी 9-0-74-1, हार्दिक
पांड्या 3-0-30-0, वरुण चक्रवर्ती 10-0-45-2, कुलदीप 10-0-40-2, अक्षर पटेल
8-0-29-0, रवींद्र जडेजा 10-0-30-1.
चक्रवर्ती ने हालात का फायदा उठाते हुए बेहतरीन गेंदबाजी की, लेकिन डेरिल मिचेल और माइकल ब्रेसवेल ने संयम के साथ अर्धशतक लगाते हुए न्यूजीलैंड को रविवार को भारत के खिलाफ चैंपियंस ट्रॉफी फाइनल में सात विकेट पर 251 का मजबूत स्कोर दिया। डेरिल मिचेल ने 101 गेंद में 63 रन बनाये, जबकि ब्रेसवेल ने 40 गेंद में 53 रन जोड़े, वरूण चक्रवर्ती और कुलदीप यादव ने दो-दो विकेट लिये.
भारतीय स्पिनरों पर खुल कर नहीं खेल सके कीवी बल्लेबाज
भारत के चौतरफा स्पिन आक्रमण का कीवी टीम सामना नहीं कर सकी और अगली 81 गेंद में कोई चौका नहीं लगा। ग्लेन फिलिप्स ने कुलदीप को लांग आफ पर छक्का लगाकर इस दबदबे को तोड़ा। यदा कदा सौ किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से गेंदबाजी करने वाले कुलदीप और वरूण को पिच से काफी सहायता मिली। वहीं अक्षर पटेल और रवींद्र जडेजा ने रफ्तार के सहारे कीवी बल्लेबाजों को परेशान किया। भारतीय स्पिनरों ने 38 ओवर डाले और सिर्फ 144 रन दिये। वरूण ने फिलिल्स को आउट करके पांचवें विकेट की 57 रन की साझेदारी तोड़ी। फिलिप्स उनकी गुगली का शिकार हुए। दूसरे छोर पर मिचेल इक्के दुक्के रन लेकर स्कोर को आगे बढ़ाते रहे और 91 गेंद में अपना अर्धशतक पूरा किया। उन्होंने 46वें ओवर में शमी को दो चौके लगाये और ब्रेसवेल के साथ छठे विकेट के लिए 46 रन की साझेदारी भी की। शमी ने ही उन्हें पवेलियन भेजा और कवर्स में रोहित ने उनका कैच लपका.
टॉस हारने का भारत ने बनाया विश्व रिकॉर्ड
चैंपियंस ट्रॉफी 2025 का फाइनल मुकाबले में न्यूजीलैंड के कप्तान मिचेल सेंटनर ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। इसके साथ भारतीय टीम के नाम वनडे प्रारूप में लगातार 15 मुकाबलों में टॉस हारने का अनोखा विश्व रिकॉर्ड दर्ज हो गया। इसी तरह भारतीय कप्तान रोहित शर्मा भी लगातार 12 वनडे मैचों में टॉस हारने वाले संयुक्त पहले कप्तान बन गये। भारत के टॉस हारने का सिलसिला 2023 वनडे विश्व कप फाइनल से शुरू हुआ था। उसके बाद केएल राहुल की अगुआई में भारत ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ वनडे सीरीज में तीनों टॉस गंवाये थे। 2024 भारत ने श्रीलंका के खिलाफ तीन वनडे मैचों की सीरीज खेली थी। वहां भी वो सभी टॉस हारे थे। इंग्लैंड के खिलाफ सभी तीन मुकाबलों में भारतीय टीम टॉस हारी थी। अब चैंपियंस ट्रॉफी के पांचों मुकाबलों में भी टीम टॉस हार गयी। रोहित ने यह लगातार 12 वें वनडे में टॉस गंवाया है। इसके साथ ही वह यह अनचाहा रिकॉर्ड बनाने वाले संयुक्त रूप से दुनिया के पहले कप्तान बन गये हैं। उन्होंने इस मामले में वेस्टइंडीज के पूर्व कप्तान ब्रायन लारा की बराबरी की है, जिन्होंने अक्तूबर 1998 से मई 1999 के बीच लगातार 12 टॉस गंवाये थे.
ICC चैम्पियंस ट्रॉफी 2025: विजेता भारत, उपविजेता न्यूजीलैंड
आयोजन और मेजबान देश
आयोजन तिथि: 19 फरवरी से 09 मार्च 2025
मेजबान देश: पाकिस्तान और संयुक्त अरब अमीरात (UAE)
संस्करण: 9वां (पहला संस्करण 1998 में आयोजित हुआ था, जिसमें दक्षिण अफ्रीका विजेता रहा था)
विजेता और उपविजेता
- विजेता टीम: भारत (कप्तान: रोहित शर्मा)
- उपविजेता टीम: न्यूजीलैंड (कप्तान: मिचेल सेंटनर)
प्रमुख खिलाड़ी
- प्लेयर ऑफ द सीरीज: रचिन रवींद्र (न्यूजीलैंड) - 4 पारियों में 263 रन
- प्लेयर ऑफ द मैच (फाइनल): रोहित शर्मा (भारत) - 76 रन (83 गेंदों में)
फाइनल मैच का सारांश
फाइनल मैच का आयोजन दुबई इंटरनेशनल स्टेडियम में हुआ। न्यूजीलैंड ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 252 रन बनाए। भारतीय टीम ने इस लक्ष्य को 4 विकेट रहते हुए 49 ओवर में पूरा कर लिया और मैच जीत लिया।
पुरस्कार राशि
- विजेता टीम (भारत): 19.5 करोड़ रुपये
- उपविजेता टीम (न्यूजीलैंड): 9.72 करोड़ रुपये
भारत का रिकॉर्ड
भारत ने यह ट्रॉफी तीसरी बार जीती है। इससे पहले भारत ने 2002 और 2013 में भी यह ट्रॉफी जीती थी। भारत के बाद ऑस्ट्रेलिया दूसरे स्थान पर है, जिसने यह ट्रॉफी 2 बार जीती है।
पूर्व संस्करणों का विवरण
वर्ष | मेजबान देश | विजेता | उपविजेता |
---|---|---|---|
2025 | पाकिस्तान, UAE | भारत | न्यूजीलैंड |
2017 | इंग्लैंड और वेल्स | पाकिस्तान | भारत |
2013 | इंग्लैंड और वेल्स | भारत | इंग्लैंड |
2009 | दक्षिण अफ्रीका | ऑस्ट्रेलिया | न्यूजीलैंड |
2006 | भारत | ऑस्ट्रेलिया | वेस्टइंडीज |
2004 | इंग्लैंड | वेस्टइंडीज | इंग्लैंड |
2002 | श्रीलंका | भारत और श्रीलंका (संयुक्त विजेता) | - |
2000 | केन्या | न्यूजीलैंड | भारत |
1998 | बांग्लादेश | दक्षिण अफ्रीका | वेस्टइंडीज |
निष्कर्ष
ICC Champions Trophy ने क्रिकेट के इतिहास में कई यादगार पल जोड़े हैं। यह टूर्नामेंट न केवल खिलाड़ियों के लिए बल्कि प्रशंसकों के लिए भी एक बेहद रोमांचक अनुभव रहा है। हालांकि, 2017 के बाद से यह टूर्नामेंट आयोजित नहीं किया गया है, लेकिन क्रिकेट प्रेमियों को उम्मीद है कि भविष्य में इसे फिर से शुरू किया जाएगा। ICC Champions Trophy का इतिहास, इसके विजेताओं और यादगार पलों ने क्रिकेट की दुनिया को समृद्ध बनाया है। 2025 में, यह टूर्नामेंट एक बार फिर क्रिकेट प्रेमियों के लिए एक बड़ा आकर्षण होगा, और दुनिया की शीर्ष टीमें एक बार फिर इस खिताब को जीतने के लिए प्रतिस्पर्धा करेंगी। भारत की ऐतिहासिक जीत ने न केवल उन्हें क्रिकेट की दुनिया में एक नया मुकाम दिलाया, बल्कि यह भारतीय क्रिकेट प्रशंसकों और खेल संस्कृति के लिए भी एक बड़ी उपलब्धि थी।